Air Quality Index : वायु प्रदूषण, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
अमेरिका में मौजूद संस्थान Health Effects Institute (HEI) और State of Global Air Initiative द्वारा अगस्त, 2022 में भारतीय शहरों के वायु प्रदूषण के स्तर पर एक और चौकाने वाली रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में अधिक जनसंख्या वाले शहरों में दिल्ली को सबसे प्रदूषित माना गया है। कोलकाता को दूसरा और मुंबई को 14वां सबसे प्रदूषित शहर के रूप में चिन्हित किया गया है। Air polution quality index
Air Quality index : वायु प्रदूषण, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
भारत सरकार और राज्य सरकारों के वायु प्रदूषण के विरुद्ध प्रयासों की पोल खोलती हुई इस रिपोर्ट में कई चौकाने वाले दावे किए गए है। इस रिपोर्ट को अमेरिका स्थित संस्थान द्वारा जारी किया गया है। लेकिन जिस गहराई से भारतीय शहरों की समस्या पर रिपोर्ट तैयार किया गया है वह बेहद ही रोचक है। इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारत के तीन बड़े शहर जहां करीब 700 मिलियन लोग रहते है यहां वायु की गुणवत्ता डराने वाली है। इन शहरों में रहने वाले लोगों की आने वाले समय में वायु प्रदूषण के चलते अपने स्वास्थ्य पर भारी भरकम खर्च करने पड़ेंगे। Air polution quality index
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वायु प्रदूषण क्या है? What is Air Polution
वायु के संघटकों में अवांछनीय बदलाव को वायु प्रदूषण कहा जाता है। साधारण भाषा में वायु जो कि कई गैसों का मिश्रण है इसमें जब कुछ हानिकारक गैसें मिल जाती है तब इसे वायु प्रदूषण कहते है। वायु प्रदूषण का गंभीर रूप स्वरूप तब सामने आती है जब जीवन दायिनी गैस जैसे ऑक्सीजन की कमी वायु में होने लगती है। एक स्वच्छ वायु, वायु का वह मिश्रण होता है जिसमे गैसों के प्राकृतिक संघटक संतुलन स्तर पर होते है। कौन सा वायु कितना शुद्ध है इसे मापने के लिए आजकल बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक Air Quality Index का उपयोग किया जाता है। आइए जानते है AQI क्या है?
वायु गुणवत्ता सूचकांक क्या है?
What is Air Quality Index
Air Quality Index (AQI) 17 सितंबर 2014 में जारी किया गया था। तत्कालीन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर द्वारा वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पहल को “स्वच्छ भारत अभियान” के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में शुरू किया गया था। जिसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में बढ़ती वायु प्रदूषण की समस्या से लड़ने के लिए प्रदूषकों की सूची और उसमे होने वाले बदलाव पर नजर रखना था। Air Quality index : वायु प्रदूषण, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
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आठ वायु प्रदूषकों के नाम
8 Air pollutants list
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड CPCB द्वारा Air quality Index मे 8 प्रदूषकों को चिन्हित किया गया है। ये प्रदूषक गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा कर सकतें है। जो कि निम्न है
- PM10,
- PM2.5,
- नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2),
- सल्फर डाइऑक्साइड (SO2),
- कार्बन मोनोऑक्साइड (CO),
- ओजोन (O3),
- अमोनिया (NH3),
- लेड Pb.
Air Quality Index कैसे काम करता है?
Air Quality Index वायु गुणवत्ता की माप करता है। यह बताता की कौन सी हानिकारक गैस किस मात्रा में हवा में मिश्रित है। Air Quality Index 6 कैटेगरी और रंगो जारी किया जाता हैं। वायु प्रदूषण के स्तर के हिसाब से ये रंग हरे से गहरे लाल की ओर होते है –
Good (अच्छा)
Satisfactory (संतोषजनक)
Moderate (सामान्य)
Poor(खराब)
Very poor(अधिक खराब)
Severe (गंभीर)
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Air Quality Index का महत्व
यह इंडेक्स शहरों खासकर महानगरों जैसे दिल्ली, कोलकाता में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। सूचकांक के अनुसार नीतियां बनाई जाती है। जैसे स्कूल संचालन के नियम, यातायात के नियम और अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों के नियम। जैसे – जैसे दुनिया भर वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है Air Quality Index और अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है। WHO और संयुक्त राष्ट्र UN द्वारा Air Quality Index AQI जैसे सूचकांक को क्लाइमेट जस्टिस के साथ जोड़कर देखता हैं। साथ ही “स्वच्छ वायु का अधिकार” जीवन के अधिकार से जुड़ा हुआ विषय के रूप प्रचलित हो रही है। Air polution quality index
राष्ट्रीय वायु निगरानी कार्यक्रम (National Air Monitoring Program)
इस कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से किया जाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भारत के 240 शहरों में 340 से भी अधिक वायु निगरानी स्टेशन की स्थापना की गई है। जो वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखती है। Air Quality index : दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
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भारत के सबसे प्रदूषित शहर (Most Polluted cities of India)
अलग अलग रिपोर्ट और सूचकांकों के विश्लेषण के बाद आप पाएंगे कि भारत के तीन शहर जो दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहती है वे है दिल्ली, कोलकाता और मुंबई। हाल ही (अगस्त 2022) में Health Effects Institute द्वारा प्रकाशित सूचकांक में यही कहा गया है। इसके अलावा अन्य प्रसिद्ध रिपोर्ट ‘वर्ल्ड एयर क्वालिटी इंडेक्स‘ में यह भी कहा गया है कि “भारत में 76% लोग प्रदूषित शहरों में रहते है”.
दुनिया के सबसे साफ हवा वाले देश (Cleanest Air countries in the world)
World Air Quality Index के अनुसार, प्रथम विश्व के देश या उच्च आय वाले देशों में वायु गुणवत्ता सबसे अच्छी है। यहां अधिकांश शहरों में PM 2.5 की सांद्रता 8 μg/m3 से भी कम पाई जाती है। ये देश है संयुक्त राज्य, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, नॉर्वे और स्वीडन. हालांकि ये शहर जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रहे है। Air Quality index : वायु प्रदूषण, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहर में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने हेतु भारत के प्रयास:
Measures against air polution by india
1. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI):
इसे आठ प्रदूषकों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। यह प्रदूषण के मापन और नियंत्रण में महत्वपूर्ण है।
2. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान GRAP :
इस प्लान के अंतर्गत प्रदूषण के स्तर के हिसाब से एक्शन या कार्यवाही अपनाएं जातें है।
3. वाहनों से होने वाले प्रदूषण के लिए:
बीएस-VI वाहन, इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को बढ़ावा देना,
एक आपातकालीन (Emergency) उपाय के रूप दिल्ली जैसे राज्य में ‘ऑड-इवन’ नीति
4. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग Air Quality Management Commission
5. टर्बो हैप्पी सीडर (THS) मशीन
इसे खरीदने पर किसानों को सब्सिडी उत्तर भारतीय राज्यों जैसे कि हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाने से होने वाली वायु प्रदूषण (Air Polution) की समस्या का समाधान हेतु यह कारगर हो सकता है।
वायु प्रदूषण (air polution) की समस्या अब केवल महानगरों की समस्या नहीं रह गई। छोटे-छोटे शहरों में वायु गुणवत्ता Air Quality बनाए रखने के क्षेत्र आधारित समाधानों को अपनाना चाहिए। केंद्र स्तर पर की गई पहल को स्थानीय प्रशासन का साथ मिलना चाहिए। इसके अलावा वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI को शहरों में कई जगह पर लगाना चाहिए ताकि नागरिक अपने शहर के हवा के बारे में जान सके। इससे नागरिक स्वयं भी प्रदूषक गतिविधियों से दूर रहने का प्रयास करेंगे। सबसे प्रमुख एक ऐसी निकाय का निर्माण हर जिले स्तर पर होना जिसमे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, उद्योगपति, किसान और सरकारी अफसर शामिल हो और वायु गुणवत्ता बिगड़ते ही इसके लिए एकीकृत प्रयास कर सकें।
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