Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
13 साल का बच्चा एक जब एक बार स्कूल से लौट रहा था तभी उसके कार की टायर पंक्चर हो जाती है और वो अपने ड्राईवर के साथ चक्का बदलने में लग जाता है, ड्राईवर के मना करने के बाद भी वो उसकी मदद करता है, घर पहुंचने पर जब उसकी दादी ने उनसे पूछा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? तो इस बच्चे ने जो जवाब दिया उसे सुनकर आप हैरान हो जायेंगे उसने अपनी दादी से कहा “कोई भी एक आदमी किसी काम को अकेला करे तो इससे समय और उर्जा दोनों की बर्बादी होती है, मिलजुकर काम करने से सबका फायदा होता है.” इस जवाब को सुनकर इस बच्चे की दादी गदगद हो गयी… बड़ा होकर यही बच्चा पूरी दुनिया में रतन नवल टाटा Ratan Naval Tata के रूप में जाना गया. Ratan tata mukesh ambani
रतन टाटा कौन है?
Who is ratan tata?
भारत में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसने टाटा (ratan tata) का नाम नहीं सुना हो, जीवन में आप भी कई चीजे टाटा की उपयोग करते होंगे, टाटा ग्रुप्स की दुनियाभर में 126 कंपनिया काम करती है, इसके बावजूद क्यों रतन टाटा Ratan Tata सिर्फ 6 कंपनी वाले मुकेश अम्बानी से कम अमीर है, क्यों मुकेश अम्बानी की जहाँ छींक सुर्खिया बन जाती है वही टाटा महीनो तक खबरों से गायब होते है, आखिर क्यों रतन टाटा ने अपनी इंगेजमेंट बीच में ही तोड़ दी और कैसे रतन टाटा ratan tata हर साल अपनी कमाई का आधा हिस्सा कर देते है गरीबो में दान, कैसे रतन टाटा ने महज 26 हजार से खडी की गयी कंपनी को 18 trillion dollar तक पहुंचा दिया आइये सबकुछ जानते है.
रतन टाटा इतने अमीर कैसे बने?
How Ratan Tata become rich?
लेकिन आगे बढ़े उससे पहले पहले जान लेते है रतन टाटा ratan tata और मुकेश अम्बानी mukesh ambani के अब तक के सफ़र के बारे में Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
राकेश झुनझुनवाला कौन थे? आखिर क्यों हो रही है उनके मौत पर इतनी चर्चा
Ratan Tata का जन्म कब हुआ?
दोस्तों रतन टाटा का जन्म 1937 में मुंबई के एक पारसी परिवार में हुआ, इनके दादा जमशेद जी टाटा भारत के सब से सफल बिजनेसमैन में से एक थे, जमशेद जी टाटा ने ही टाटा ग्रुप की नीव रखी थी. 1868 में शुरू की गयी जमशेद जी की कंपनी का हमेशा से सपना था की भारत में भारी उद्द्योगो की नीव रखें, इसीलिये उन्होंने 1907 में TISCO यानी टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की नीव डाली,
Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
इस कंपनी के आसपास का शहर जमशेदपुर नाम से विकसित हो गया, जमशेदपुर शहर को जमशेद जी ने एक वर्ल्ड क्लास सिटी के रूप में Stablish किया. TISCO पूरे एशिया की पहली आयरन और स्टील कंपनी थी. ये वही समय था जब भारत में स्वदेशी और बहिष्कार आन्दोलन चल रहा था, इस कंपनी की सफलता से जमशेद जी इतना गदगद हुए की जमशेद जी ने एक के बाद एक कई कंपनिया खड़ी कर दी, Ratan tata mukesh ambani
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाल किले से दिया गया भाषण क्या कुछ रहा खास और क्यों हो रही है आलोचना
रतन टाटा : Ratan Tata
जमशेद जी की ख़राब सेहत की वजह से उनके उत्तराधिकारी के रूप में JRD टाटा यानी जहाँगीर रतन जी दादाभाई टाटा ने टाटा ग्रुप की कमान संभाली फिर शुरू हुआ टाटा ग्रुप के नए अध्याय का. इन्होने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी TCS, टाटा एयरलाइन, टाटा मोटर्स और टाटा साल्ट, वोल्टास जैसे कई दिग्गज कंपनियों की नीव रख दी और देखते ही देखते टाटा ग्रुप की कंपनियों की संख्या 14 से 95 तक पहुंचा दी, जमशेद जी की महज 26000 से शुरू की कंपनी को उन्होंने बिलियन डॉलर कंपनी के रूप में stablish कर दिया. लेकिन टाटा ग्रुप का गोल्डन टाइम आना अभी बांकी था, अपने पिता के उत्तराधिकारी (successor) के रूप में रतन टाटा ने. Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
क्या महात्मा गांधी सचमुच देश के राष्ट्रपिता है? आखिर क्यों होता है इतना विरोध
रतन टाटा का पूरा नाम
रतन टाटा का पूरा नाम रतन नवल टाटा है, इनके पिता का नवल टाटा है, इनका जन्म 1937 में टाटा नगर में ही हुआ, बहुत कम लोग ये बात जानते है कि रतन टाटा JRD टाटा के साली के बेटे है ना कि JRD के बेटे. बचपन में ही उनके माता पिता का डाइवोर्स हो जाने के कारण रतन टाटा Ratan Tata का लालन पालन उनकी दादी ने ही किया.
रतन टाटा की कम्पनियाँ
Companies of Ratan Tata?
1988, रतन टाटा Ratan Tata ने जब टाटा ग्रुप की कमाल संभाली तो भारत में उदारीकरण का दौर चल रहा था टाटा ग्रुप को दुनिया भर से मिल रही कंपनियों के सामने टिक पाने की चुनौती पैदा हो गयी. लेकिन टाटा ने यह चुनौती स्वीकार की और टाटा ग्रुप को बचाने के साथ साथ उसे 101 देशो तक फ़ैला दिया, टाटा Groups को 95 कंपनी से 126 कंपनी तक पहुंचा दिया. आज भारत की इस कंपनी ने दुनिया के 150 देशो में अपने धाक जमा रखी है, जिन अंग्रेजो ने भारत को गुलाम बनाया था उनकी कई कम्पनी को टाटा ने खरीदकर भारत का स्वाभिमान बढाया है. Ratan tata mukesh ambani
रतन टाटा बनाम मुकेश अम्बानी Ratan Tata vs Mukesh Ambani
इतनी बड़ी शख्शियत और इतनी बड़ी कंपनी होने के बावजूद भी आखिर कैसे महज 6 कंपनी रखने वाले मुकेश अम्बानी रतन टाटा ratan tata से कैसे अमीर गिने जाते है, इसे जानेंगे लेकिन उसे पहले आईये जरा जान लेते है मुकेश अम्बानी के अब तक के सफ़र के बारे में.
ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदियों को याद रखने की सबसे आसान ट्रिक
धीरुभाई अम्बानी Dhirubhai Ambani
दोस्तों एशिया के सबसे रईस इंसान मुकेश धीरुभाई अम्बानी का सफ़र उनके पिता के समय से प्रारम्भ होता है, इनके पिता धीरुभाई हिराचंद अम्बानी का जन्म 1932 में गुजरात के जुनागड़ में हुआ था. धीरुभाई अम्बानी दुनिया के उन चुनिदा बिजिनेस टायकून में से एक है जिन्होंने शून्य से शिखर तक का सफ़र तय किया, जीवन के शुरुआती दिनों में धीरुभाई ने A. Besse & Co. अदन में बतौर क्लर्क के रूप में काम किया, बिजनस का शौक तो था लेकिन पैसे नहीं थे,जिसकी कमी के चलते धीरुभाई ने अपने चचेरा भाई चम्पक लाल दमानी के के साथ मिलकर बिज़नस की शुरुआत की, बाद में पार्टनरशिप तोड़कर 1 छोटे से कमरे में सन 1966 में एक धागा बनाने वाली कंपनी के तौर पर रिलायंस कमर्शियल Coopration की नीव डाली. Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
मुकेश अम्बानी इतने अमीर कैसे बने?
1973 में यही कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के रूप में तब्दील हो गयी. धीरुभाई अम्बानी के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं था और पाने के लिए पूरा जहान था इसीलिए वे लाइफ में रिस्क लेने से नहीं डरते थे. पूरे भारत में जब शेयर मार्किट एक पहेली थी तभी धीरुभाई अम्बानी ने अपने फर्म शेयर मार्किट में लिस्टेड करके भारी मुनाफा कमा लिया. ख़राब सेहत के चलते जब तक धीरुभाई का निधन होता उससे पहले उनके दोनों बेटो मुकेश अम्बानी और अनिल अम्बानी में संपत्ति के बंटवारे को लेकर तनातनी पैदा हो गयी, बंटवारे के बाद एक ओर अनिल अम्बानी जहाँ दिवालिया और कंगाल होने कागार पे है वही मुकेश अम्बानी एशिया के सबसे धनी व्यापारी बन गये है.
मुकेश अम्बानी Mukesh Ambani
अब बात करे एशिया के सबसे बड़े बिजनस टायकून मुकेश धीरुभाई अम्बानी, तो इन्होने बतौर बिज़नस परसन की शुरुआत एक मसाला व्यापारी के तौर पर शुरू की थी. अपने पिता के साथ मिलकर मुकेश अम्बानी ने बिजनस के सारे गुर सिख लिए थे, और 2000 के बाद जब मोबाइल टेक्नोलॉजी का दौर आया तो इन्होने Reliance Telecom industries की नीव डाली. यह उस समय भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गयी बाद में कई सेक्टर्स में अपने कारोबार को फैलाया जैसे पेट्रोलियम, केबल टीवी, बिजली और मीडिया नेटवर्क में. Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
मुकेश अम्बानी और जिओ Mukesh Ambani Jio
लेकिन मुकेश अम्बानी का गोल्डन टाइम आया Jio के लांच होने के बाद, आज भारत मोबाइल फ़ोन रखने वाला कोई भी घर ऐसा नहीं होगा जो जिओ का उपयोग नहीं करता, ब्लूमबर्ग (bloomberg) के अनुसार 2020 में मुकेश अम्बानी ने alibaba पछाड़कर एशिया का सबसे धनी व्यक्ति होने का खिताब जीत लिया है. अजिओ और 5g में अपना दबदबा कायम करते हुए mukesh ambani ने भारतीय टेलिकॉम बाजार में एकाधिकार स्थापित करने के बेहद करीब है.
Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
लेकिन इतनी बुलन्दियो पर पहुँचने के बाद भी रिलायंस industries और मुकेश अम्बानी ने भारत के दिलो में वो जगह नहीं बना सके जो रतन नवल टाटा और टाटा ग्रुप ने बनाई है ने बनायी है. Ratan tata
एक ओर जहाँ मुकेश अमबानी की छवि भारत में एक विशुद्ध बिजनस मैन की है वही रतन टाटा Ratan Tata एक दानशील और चैरिटी के साथ बिजनस करने वाले के रूप में मशहूर है.
रतन टाटा की संपत्ति
Property of Ratan Tata
मुकेश अम्बानी रिलायंस industries का 48% शेयर मुकेश अम्बानी अपने परिवार के पास ही रखते है, वही रतन नवल टाटा Ratan Tata के पास टाटा ग्रुप का 1% भी शेयर नहीं है, टाटा ग्रुप की 66% शेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के पास है, और इसके प्रॉफिट को, ट्रस्ट, भारत बच्चो की शिक्षा, गरीबो के स्वास्थ्य और बेसहारो को सहारा देने के लिए करते है, यानी रतन टाटा चुपचाप ही भारत की लोगो की तकदीर बदलने में लगे हुए है, यही वो कारण है जिसकी वजह से मुकेश अम्बानी रतन टाटा से अमीर व्यक्ति के रूप में गिने जाते है.
रतन टाटा का घर house of ratan tata
मुकेश अम्बानी जहाँ एक ओर अरबो रूपये के घर में रहते है, करोडो की गाडियों में सफ़र करते है और चारो ओर अंगरक्षकों (bodyguard) से घिरे होते है, वही रतन टाटा ratan tata एक सिंपल लाइफ जीने में यकीन रखते है, वे एक छोटे से बंगले में रहते है, सिम्पल गाडियों में चलते और दिखावे वाले चमक धमक से दूर रहते है. Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
रतन टाटा की पत्नी wife of ratan tata
उनकी शादी को लेकर लेकर तमाम तरह के किस्से सोशल मीडिया में मौजूद है लेकिन असलियत बहुत कम लोगों को ही पता है, इतने बड़े शक्शियत Ratan Tata के साथ क्या कुछ ऐसा हुआ कि शादी से मोह भंग हो गया आइये जानते है.
रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की ?
Why ratan tata did not married
एक ओर जहाँ मुकेश अम्बानी की पत्नी नीता अम्बानी के कपडे, गहने और hairstyle भी जहाँ मीडिया की सुर्खियों में रहते है वही रतन टाटा (Ratan Tata) इंटरव्यू के अलावा कही और खबरों में दिखाई नही देते? रतन टाटा ने शादी भी नहीं की इसके पीछे भी एक दिलचस्प वजह है, दरअसल जब रतन टाटा (Ratan Tata) युवा तब उन्हें अलग-अलग समय में 4 लडकियों से प्यार हुआ था जिसमे से एक से उनकी शादी भी होने वाली थी, लेकिन इंगेजमेंट के बाद ही उन्होंने शादी का इरादा बदल दिया, इसके पीछे शायद शादी को लेकर उनके कड़वे अनुभव थे जो उन्होंने अपने माता पिता के तलाक के रूप में देखा था. और शायद ऐसी तकलीफ वो अपने आने वाले बच्चो को भी नहीं देना चाहते थे, इसी लिए उन्होंने शादी नहीं की.
रतन टाटा और भारत Ratan Tata and India
ऐसा नहीं है रिलायंस ग्रुप चैरिटी नहीं करता mukesh ambani ने 2018 में 408 cr का दान किया जो कि रिलायंस ग्रुप के नेट वर्थ का 0.1% इसीलिये टाटा समूह के सामने उनका कद बहुत ही बौना हो जाता है, टाटा ग्रुप भारत की पहली ऐसी ग्रुप है जो अपने वैल्यूज के लिए बिजनस करती है, और इसके लिए अपने प्रॉफिट को भी भूल जाते है. यही नही बाढ़, भूकंप और कोरोना जैसे महामारी में भी टाटा ग्रुप देश की मदद के लिए सबसे आगे आकर खड़ा हो जाते है.
Ratan Tata : रतन टाटा और मुकेश अम्बानी कौन ज्यादा अमीर
ये थी रतन टाटा हमारे तरफ से बारे में हमारे तरफ से आपके लिए छोटी से जानकारी, इसके अलावा आप रतन टाटा के बारे कुछ और भी जानते है तो हमें कमेन्ट करके जरुर बताये, और अगर ये इनफार्मेशन आपको अच्छी लगी हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे.
eriacta thieve – forzest memory forzest raft