विधान परिषद वाले राज्य Trick
विधान परिषद वाले राज्य Trick इस आर्टिकल में बेहद ही आसान तरीके से बताया गया है। इस ट्रिक की खासियत यह है की भविष्य में होने वाले संख्या और नामों में बदलाव को इसमें आसानी से जोड़ा जा सकता है। इस ट्रिक के बारे में जानने के लिए इस आलेख को पूरा पढ़े। Legislative council states trick
विधान परिषद वाले राज्य: ट्रिक
भारत में आयोजित होने वाली राज्य सेवा से लेकर विभिन्न परीक्षा बोर्डो की परीक्षाओं में विधानपरिषद से अक्सर प्रश्न पूछे जातें है। इसलिए इस आलेख में पूछें जाने वाले सभी प्रश्नों को कवर किया गया है। साथ ही विधान परिषद वाले राज्य Trick के द्वारा इसे याद करने की तकनीके भी दी गई है। इस मजेदार ट्रिक को जानते है लेकिन उससे पहले आइए जान लेते है। विधान परिषद क्या है? विधान परिषद की संख्या के प्रावधान के बारे में संक्षेप में।
विधान परिषद क्या है?
विधान परिषद राज्य विधानमंडल का उच्च सदन होता है। ठीक उसी प्रकार जैसे संसद में राज्य सभा होता है। इसका प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 169 में किया गया है। गौर करने वाली बात है कि इसे सभी राज्यों द्वारा नही स्थापित किया गया है। वर्तमान में यह केवल छह राज्यों में है। जहां द्विसदनीय विधानमंडल है।
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विधान परिषद का गठन कैसे होता है?
विधान परिषद के सदस्य दो तरह से चुने जाते है। पहला, प्रदेश के राज्यपाल द्वारा मनोनीत होते हैं दूसरा, अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। विधान परिषद के एक तिहाई सदस्यों का चुनाव प्रति दो वर्षो के अंतराल में होता है। Legislative council states trick
विधान परिषद सदस्यों का गणित
विधान परिषद के कुल सदस्यों में से सदन के एक तिहाई सदस्य विधान सभा के द्वारा चुने जाते हैं। एक तिहाई सदस्य, स्थानीय निकायों जैसे कि नगरपालिका या अन्य स्थानीय अधिकारियों द्वारा चुने जाते हैं जबकि सदस्यों का बारहवां हिस्सा (यानी 12 में से एक हिस्सा) स्नातकों (graduates) द्वारा चुना जाता है। सदस्यों का बारहवां हिस्सा शिक्षकों द्वारा चुना जाता है। लगभग एक-छठे सदस्य राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।
भारत में कितने विधान परिषद हैं?
वर्तमान में भारत में कुल कितने राज्यों में विधान परिषद है? भारत में विधान परिषदों की संख्या वर्तमान 2022 में 6 है। ऐसी संभावना है कि 2023 में विधान परिषदों की संख्या 7 से 8 हो जायेगी। पश्चिम बंगाल और उड़ीसा दो ऐसे राज्य है जहां विधान परिषद बनाने की सुगबुगाहट तेज है।
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विधान परिषद निर्माण की प्रक्रिया
विधान परिषद के गठन का प्रावधान भारतीय संविधान के अनुच्छेद 169 में वर्णित है। किसी भी राज्य को अपने सदन को द्वि सदनीय बनाने के लिए सदन (विधानसभा) में प्रस्ताव लाना होता हैं इस प्रस्ताव को विशेष बहुमत से पारित कराकर भारतीय संसद को भेजा जाता है। भारतीय संसद साधारण बहुमत से प्रस्ताव का समर्थन कर राष्ट्रपति को स्वीकृति के लिए भेजती है। राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद विधानपरिषद का गठन हो जाता है। हालांकि इसके लिए राज्य की वित्तीय स्थिति, न्यूनतम सदस्य संख्या और
विधानसभा और विधान परिषद में क्या अंतर होता है?
भारतीय संविधान में शासन संचालन के लिए राज्यों में भी संसदीय व्यवस्था की कल्पना की गई है। इस हेतु राज्यों में विधानमंडल का प्रावधान है। विधानमंडल के दो सदन होते है, उच्च सदन या वरिष्ठों का सदन इसे विधान परिषद भी कहा जाता है। जबकि निम्न सदन या जनता का सदन विधानसभा को कहा जाता है। विधान सभा और विधान परिषद में मूल अंतर इसके सदस्यों के निर्वाचन होने का तरीका है जिसकी वजह से उसी अनुसार उन्हें शक्तियां दी गई है। Legislative council states trick
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विधान सभा के सदस्य राज्य के जनता द्वारा सीधे निर्वाचित होते है इसलिए उन्हे अधिक शक्तियां दी गई है। विधान परिषद के सदस्य विभिन्न समूहों द्वारा अप्रत्यक्ष तरीके से चुने जाते है इसलिए उन्हे कम अधिकार दिया गया है। अधिकार का संबंध यहां वित्तीय अधिकार जैसे बजट, अनुदान पर चर्चा, कटौती प्रस्ताव और धन विधायकों का पारित होने से है।
विधान परिषद का अध्यक्ष कौन होता है ?
विधान परिषद अपने सभापति या अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव स्वयं में से करती है। जो इसके बैठकों में पीठासीन अधिकारी और उपाध्यक्ष की भूमिका निभाता है। इसके पास उच्च सदन को संचालन और उसकी कार्यवाही को नियंत्रित करने का अधिकार होता है। हालांकि या सदन उच्च सदन होने के बाउजुद निम्न सदन विधानसभा जितना शक्तिशाली नही होता ऐसा इसलिए क्योंकि लोकतंत्र में जनता द्वारा चुने प्रतिनिधि को अधिक शक्तियां देना तर्कसंगत होता है। न कि प्रतिनिधियों द्वारा चुने लोगों को।
विधान परिषद का कार्यकाल
विधान परिषद का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। विधान परिषद के सदस्य का कार्यकाल कितना होता है? यह प्रश्न अक्सर लोगों को उलझन में डाल देता है क्योंकि विधान परिषद का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। इसे याद रखने के लिए आप राज्यसभा के कार्यकाल और सदस्यों की पदमुक्ति यानी प्रत्येक 2 वर्ष में एक तिहाई सदस्य इसके पदमुक्त होते है। जबकि सदन एक स्थाई सदन है अनवरत चलता है। विघटित नही होता। इसकी कार्यप्रणाली और चरित्र कुछ मामलों को छोड़कर राज्यसभा के समान ही है।
क्या वर्तमान में जम्मू कश्मीर में विधान परिषद है?
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2020 द्वारा जम्मू कश्मीर का विभाजन कर 2 केंद्रशासित प्रदेशों में कर दिया गया। इसके बाद वहां विधानसभा और विधान परिषद दोनो ही समाप्त हो गए। भविष्य में कश्मीर में विधानसभा की स्थापना की संभावना है लेकिन विधानपरिषद के गठन की संभावना बेहद कम हैं। विधान परिषद वाले राज्य Trick
विधान परिषद वाले राज्य 2022
भारत में 2022 में केवल छह राज्यों में ही विधान परिषद बचे है। ये राज्य है- तेलांगना, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और बिहार। विधान परिषद वाले राज्य ट्रिक नीचे दी गई है। विधान परिषद बनाने के लिए पश्चिम बंगाल विधान सभा ने हामी भर दी है जो कि भारतीय संसद की अंतिम अनुमति हेतु लंबित है। उड़ीसा ने भी ऐसा ही प्रयास आगे बढ़ाया है। जबकि जम्मू कश्मीर में राज्य पुनर्गठन के बाद विधान परिषद का समापन हो गया।
विधान परिषद वाले राज्य Trick
TUM KAB (तुम कब) अंग्रेजी के ये 6 अक्सर कोई भी आसानी से याद कर सकता है। इन्हे विस्तार करने पर आप विधान परिषद वाले राज्य का पूरा नाम देख पाएंगे।
T Telangana (तेलंगाना)
U Uttarpradesh (उत्तर प्रदेश)
M Maharashtra (महाराष्ट्र)
K Karnataka (कर्नाटक)
A Andhrapradesh (आंध्रप्रदेश)
B Bihar (बिहार)
विधान परिषद वाले राज्यों के नाम ट्रिक को पश्चिम बंगाल या उड़ीसा जैसे किसी भी राज्य में विधान सभा बनने पर आप इसे मिलाकर ट्रिक आसानी से बना सकते है। फिलहाल यह ट्रिक एकदम नया और आसान है। इसे अपने मित्रों से साझा से साझा जरूर करें।
विधान परिषद समाप्त करने वाला आखिरी राज्य कौन सा है
विधान परिषदों को राज्य की वित्तीय स्थिति पर बोझ मानते हुए कई राज्य सरकारों ने समाप्त कर दिया है। पश्चिम बंगाल भी उनमें से एक है। लेकिन हाल ही में अगर देखा जाए तो जम्मू कश्मीर नवीनतम राज्य है जहां विधान परिषद समाप्त हुआ। यह इरादतन से ज्यादा मजबूरन लगता है। क्योंकि यह तब हुआ जब राज्य का पुनर्गठन किया गया। हालांकि तेलंगाना-आंध्रप्रदेश में राज्य पुनर्गठन के बाद भी विधान परिषद समाप्त नहीं हुआ है। पश्चिम बंगाल में किसी भी समय नया विधान परिषद गठित होने की अधिसूचना जारी हो सकती है। विधान परिषद वाले राज्य Trick
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क्या विधान परिषद सदस्य मुख्यमंत्री बन सकता है?
विधान परिषद का सदस्य मुख्यमंत्री बन सकता है। इसके अलावा मंत्री और उपमुख्यमंत्री बनने पर भी कोई रोक नहीं लगाई गई है। हाल ही के उदाहरणों में आप महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य मंत्री उद्धव ठाकरे का नाम याद रख सकते है। जो विधान परिषद के सदस्य थे।
भारत के किन राज्यों में पहले विधान परिषद थे?
विधान परिषदों को कई राज्यों ने अपने ऊपर वित्तीय बोझ और विलंबकारी संस्था मानते हुए निरसित कर दिया या हटा दिया। पहले तमिलननाडू, पंजाब, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम में भी विधान परिषद था। जबकि जम्मू कश्मीर अंतिम राज्य है जहां से विधान परिषद का समापन हुआ। vidhan-parishad-wale-rajya-trick
विधान परिषद वाले राज्य ट्रिक और विधान परिषद से जुड़े प्रश्नों को याद रखने के लिए ये था हमारा प्रयास। उम्मीद है आपको यह आलेख सूचना से भरपूर लगी होगी। इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक साझा करके उनकी तैयारी में मदद करें।
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