अप्रैल फूल डे: आखिर क्या है इसका सच और इससे जुड़े किस्से

1 अप्रैल का दिन दुनियाभर में अप्रैल फूल डे (April Fool Day) के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने मित्र सगे संबंधियों के साथ मजाक और शरारत करते है। आपने भी कभी किसी का मजाक जरूर बनाया होगा या तो किसी ने आपको भी कभी मजाक बनाया होगा।

अप्रैल फूल डे से जुड़े रोचक किस्से

आइए जानते है इसके बारे में मशहूर कई किस्सों के बारे में कि आखिर क्यों और कब से इसे मनाया जाता है?

1) कविता “कैंटेबरी टेल्स” और अप्रैल फूल डे

एक प्रसिद्ध ब्रिटिश कवि की कविता “कैंटेबरी टेल्स” (1392) जिसे 14वीं सदी में कही थी, इसमें एक लोमड़ी एक अप्रैल के दिन एक मुर्गे के साथ शरारत करती थी यह प्रसंग इतना मशहूर हुआ कि लोग एक अप्रैल को शरारत दिवस या अप्रैल फूल डे (April Fool Day)के रूप में मनाने लग गए।

2) फ्रांस में अप्रैल फूल डे

फ्रांस में अप्रैल फूल डे (April Fool Day)इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसका ऐतिहासिक कारण है। दरअसल जब पूरे यूरोप में नववर्ष 25 मार्च को मनाया जाता था तब नववर्ष के आते ही सात दिनों तक छुट्टी और त्योहार होता था, लेकिन कुछ लोग 25 मार्च की जगह 1 अप्रैल को ही नया साल मनाना शुरू कर दिया जिन्हे बाकि लोग देखकर मजाक बनाते थे।

3) स्पेनिश कॉलोनी “ब्रिल” को जीतने की खुशी में

नीदरलैंड्स में अप्रैल फूल एक “ब्रिल” नाम के स्पेनिश कॉलोनी को जीतने की खुशी में मनाया जाता है।

4) साइप्रस में अप्रैल फूल डे

साइप्रस एकमात्र देश है जहां 1 अप्रैल के दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है।

5) अमेरिका और भारत में अप्रैल फूल डे

अमेरिका और भारत में 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे (April Fool Day)मनाने का कल्चर ब्रिटेन से तब आया जब ये ब्रिटिश कॉलोनी थी।

6) इन देशों में दोपहर तक अप्रैल फूल

पारंपरिक तौर पर कुछ देशों में जैसे-न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका में इस तरह के मजाक केवल दोपहर तक ही किए जाते है।

 

7) पोप ग्रेगोरी के ग्रेगोरियन कैलेंडर का अप्रैल फूल

ऐसा भी कहा जाता है कि पहले पूरे विश्‍व में भारतीय कैलेंडर की मान्‍यता थी। जिसके अनुसार नया साल चैत्र मास में शुरू होता था, जो अप्रैल महीने में होता था। बताया जाता है कि 1582 में पोप ग्रेगोरी ने नया कैलेंडर लागू करने के लिए कहा। जिसके अनुसार नया साल अप्रैल के बजाय जनवरी में शुरू होने लगा और ज्‍यादातर लोगों ने नए कैलेंडर को मान लिया।

8) रिचर्ड द्वितीय (Richard II) और बोहेमिया की रानी की सगाई से जुड़ी बात

एक मत के अनुसार कहा जाता है कि इंग्लैंड के राजा (King of England) रिचर्ड द्वितीय (Richard II) और बोहेमिया की रानी ऐनी (Anne, Queen of Bohemia) ने 32 मार्च को अपनी सगाई का एलान कर दिया था. सभी ने जश्न मनाया लेकिन बाद में पता चला कि 32 मार्च तो होता ही नहीं. मतानुसार तब से ही अप्रैल महीने की 1 तारीख को मूर्ख दिवस या अप्रैल फूल डे मनाया जाने लगा।

9) राजनीतिक तंज के लिए अप्रेल फूल डे

मूर्ख दिवस मनाने का चलन भारत में 19वीं सदी से ज्यादा बढ़ा। इस दिन का लोग राजनीतिक तंज और आपस में मजाक करके लुत्फ लेते हैं।

10) विभिन्न देशों में अप्रैल फूल डे की विभिन्न तारीख

ईरानी फारसी नववर्ष के 13वें दिन एक-दूसरे पर तंज कसते हैं, ये 1 या 2 अप्रैल का दिन होता है। डेनमार्क में 1 मई को ये मनाया जाता है और इसे मज-कट कहते हैं। वहीं, स्पेनिश बोलने वाले देशों में 28 दिसंबर को अप्रैल फूल डे मनाया जाता है, जिसे डे ऑफ होली इनोसेट्स कहा जाता है।

11) रोमन त्योहार हिलेरिया और मूर्ख दिवस

माना जाता है कि अप्रैल फूल डे मनाने की परंपरा की प्रेरणा रोमन त्योहार हिलेरिया से ली गई है। भारतीय होली और मध्यकालीन त्योहार “फीस्ट ऑफ़ फूल्स” को भी इस त्योहार के लिए प्रेरणा माना जाता है।

12) भारतीय नववर्ष को कम करने के लिए

सोशल मीडिया और व्हाट्सएप में ऐसे प्रचार भी देखने मिलता है जिसमे कहा जाता है कि इसे अंग्रेजो ने इसलिए मनाना शुरू किया क्योंकि लगभग इसी दिन से भारतीय चैत्र  नववर्ष मानते है और भारतीयों के नववर्ष की खुशी को कम करने के लिए इसकी शुरुआत की। इसलिए अप्रैल फूल डे (April Fool Day)मनाने से मना भी किया जाता है।

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