दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत..
मेरी मिट्टी से भी खुश्बू ए वफ़ा आयेगी…
भगत सिंह के जीवन की सबसे प्रेरणादायक बातें
जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए बड़ी उमर जरुरी नहीं, बल्कि बड़ा होसला जरुरी होता है। इसके सबसे बड़े मिसाल है शहीदे आजम भगत सिंह जी। जिन्होंने महज 23 साल की उम्र में ही अंगरेजी हुकूमत के नाक में दम कर दिया। इनके ‘इन्कलाब’ के नारे ने तख़्त-ए-लन्दन तक को भी हिला दिया। आज भी भारत में देश प्रेम, और अपने लक्ष्य के लिए कुछ कर गुजरने की बात सामने आती है… तो शहीदे आज़म भगत सिंह लोगो के सबसे बड़े मोटिवेशन बनकर सामने आते है।
आइए शहीदे आजम भगत सिंह की पांच सबसे खास और प्रेरणादायक बातो के बारे में जानते है कि आपकी लाइफ और सोचने का नजरिया बदल देगी।
1. ‘इन्कलाब जिंदाबाद’ का नारा भगत सिंह ने ही बुलंद किया था
क्या आप जानते है? ‘इन्कलाब जिंदाबाद’ का नारा भगत सिंह ने ही बुलंद किया था, जिसका मतलब है, क्रांति जिंदाबाद, बदलाव जिंदाबाद और परिवर्तन जिंदाबाद.
अगर आप भी जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते है, तो आपको बाहर निकलना होगा पुरानी सोच से, जैसें कि मै ये नहीं कर सकता. मुझसे ये नहीं होगा। लोग क्या सोचेंगे और कहेंगे, ऐसी बातों से. आज के ज़माने औरो से हटकर कुछ करना ही इन्कलाब है। याद रखना दोस्तों अपने जीवन में इन्कलाब आपको खुद ही लाना होगा।
2. रिस्क लेने में निडर
दोस्तों शहीदे आजम कभी बड़ी रिश्क लेने से नहीं डरते थे। क्योंकि उनका विज़न क्लियर था, देश को आजाद कराना। इसके लिये उन्होंने कभी ये नहीं सोंचा कि मै आजादी की लड़ाई में कूद गया तो मेरे करियर का क्या होगा? मेरे भविष्य का क्या होगा? दोस्तों अगर आपके जीवन का भी विज़न और गोल क्लियर है तो डूब जाइये उसमे, झोंक दीजिये अपने लक्ष्य के लिए सबकुछ. क्योंकि भगत सिंह ने ही कहा है, “सपना इमानदारी से देखा है तो मेहनत करने में बेईमानी मत करना” चाहे इसके लिए आपको बड़ा रिश्क ही क्यों न लेना पड़े।
3. भगत सिंह का ‘टाइम बाउंड टारगेट’
भगत सिंह के जीवन की सबसे प्रेरणादायक बातें में तीसरी खास बात जो भगत सिंह के बारे में जानना चाहिए वह है उनका ‘टाइम बाउंड टारगेट’, दोस्तों सपने सभी देखते है और सपने देखना बुरी बात नहीं. लेकिन किसी भी सपने को पूरा करने के लिए एक टाइम स्केल होना चाहिए, जैसे भगत सिंह ने देखा था उन्होंने सन 1930 तक भारत को आजाद कराने का सपना देखा था, भले ही 1930 में देश आजाद नहीं हुआ, लेकिन 23 मार्च 1931 को उनके फांसी में झूलते ही इतनी तेजी से क्रांति की आंधी चली कि आने वाले महज 15 साल में भारत देश आजाद हो गया.
4. भगत सिंह की स्वतंत्र सोच
भगत सिंह के जीवन की सबसे प्रेरणादायक बातें में चौथी बात जो भगत सिंह के बारे में आपको जानना चाहिए वह है उनकी स्वतंत्र सोंच, शेरे आजम की सोंच किसी की गुलाम नहीं थी, वह किसी बात पर तब तक यकीन नहीं करते थे जब तक वह लॉजिक और तर्क के अनुसार सही नहीं बैठे, वे उस समय के सबसे बड़े नेता महात्मा गांधी की सोंच को सच मानने से भी इंकार कर दिया, वे ईश्वर को भी नहीं मानते थे और पूरे देश को चलाने के लिए साम्यवादी राजनीतिक मोडल को सर्वश्रेठ मानते थे.
5. गोल के लिए फोकस रहना
पांचवी और सबसे ख़ास बात भगत सिंह हमेशा अपने गोल के लिए फोकस रहते थे, आज के युवा जहाँ नशा, मोबाइल इन्टरनेट और अन्य कई तरह के भटकाव में उलझे हुए है वही भगत सिंह ने भटकाव को कभी अपने आड़े नहीं आने दिया, तभी तो उन्होंने एक बार अपने मित्र राजगुरु से कहा था कि
“मै इश्क लिखना चाहता हु तब भी मेरी कलम इन्कलाब लिख देती है।”
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