हिंडेनबर्ग रिपोर्ट क्या है? कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा फ्रॉड!
What is Hindenburg Report? इंटरनेशनल बिजनेस और फाइनेंस पर रिपोर्ट जारी करने वाले एक कंपनी के रिपोर्ट ने भारतीय शेयर बाजार में भूचाल ला दिया। यह रिपोर्ट अदानी ग्रुप की बर्बादी की खबर बनकर आया। आइए जानते है इस रिपोर्ट में आखिर क्या है?
हिंडनबर्ग रिपोर्ट कहती है (What is Hindenburg Report) कि अडानी ग्रुप में टॉप रैंक्स के 22 लोगों में अडानी के ही परिवार के 8 लोग हैं. परिवारीजनों ने टैक्स हेवन कंट्रीज में फर्जी शेल कंपनियां खोली हुईं हैं. इनका पैसा भारत की अडानी कंपनियों में मूव किया जाता है।
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हिंडनबर्ग रिपोर्ट की मुख्य बातें?
- Hindenburg के अनुसार, अडानी के परिवार के सदस्य इन शेल कंपनियों के माध्यम से एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट के फर्जी documentat बनाते हैं, ताकि फेक turnover दिखाया जा सके, इनका संबंध होता है भारत के शेयर मार्किट में लिस्टेड अडानी की कंपनियों से; ताकि अडानी की बैलेंस शीट की हेल्थ सही दिखे। (What is Hindenburg Report)
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने ADANI के छोटे भाई राजेश अडानी के एक पुराने केस के बारे में भी जिक्र किया है कि कैसे साल 2004-05 की सरकार की डायमंड ट्रेडिंग स्कीम के फ्रॉड में वे आरोपी थे. (What is Hindenburg Report) इस फ्रॉड में भी अडानी की कंपनियों का बाहर की शेल कंपनियों के माध्यम से फेक टर्नओवर दिखाया जाता था।
शेल कंपनियों का कारोबार?
हिंडनबर्ग रिपोर्ट कहती है- हमने मारीशस की कॉर्पोरेट रजिस्ट्री के कागजातों को तलाशा, जिससे पता चला कि अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी अपने कुछ विश्वसनीय लोगों की मदद से मारीशस में चलाई जा रहीं फ्रॉड कंपनियों एक बड़े नेटवर्क को मैनेज कर रहे हैं. हमने ऐसी 38 शेल कंपनियों को खोजा है। What is Hindenburg Report
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गजब बात ये है कि इन कंपनियों में कोई ऑपरेशन भी नहीं हो रहा, इनमें कोई काम नहीं है, न इनमें कर्मचारी हैं, न इनके इंडिपेंडेंट एड्रेस हैं, न फोन नंबर हैं. न ही meaningful online presence है. इसके बावजूद इन शेल कंपनियों ने भारत की अडानी की कंपनियों में बिलियंस डॉलर लगाए हुए हैं.
शेयर बाजार को किया जाता है मैनिपुलेट
शेल कंपनियों के माध्यम से अडानी के शेयरों की कीमतों को MANIPULATE किया जाता है. शेयरों की इन बढ़ी हुई कीमतों पर जोकि रियल वैल्यूज से बहुत ज्यादा हैं, उनपर अडानी ग्रुप द्वारा बैंकों से बड़ा कर्ज लिया गया है. जिस दिन ये गुब्बारा फूटेगा, उस दिन स्टॉक मार्केट, बैंक दोनों दिवालिया।
अर्थशास्त्री कहते है यह अडानी ग्रुप के निवेक्षकों, बैकों के लिए ये चेतावनी है, आगे कुछ भी हो सकता है। यह घोटालो का गुब्बारा जिस दिन फूटेगा देश को बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा और यह दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला होगा।
eriacta engine – zenegra noble forzest expose