पंडित प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) के 14 साल पूर्व एक कथा में वाचित कुछ अंश को काट छांट कर सोशल मीडिया में कुछ लोगों द्वारा खूब वायरल किया जा रहा है। उनके खिलाफ इस दुष्प्रचार के मुख्य कारण क्या है आइए जानते है?
अचानक ब्रज में प्रदीप मिश्रा का विरोध क्यों? जाने 5 कारण:
1. प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) की लोकप्रियता पिछले कुछ वर्षों में इतनी बढ़ गई है कि उनके कथाओं में 10 से 20 लाख तक की भीड़ उमड़ जाती है। इससे धर्म विरोधी लोगों एवं कुछ कथावाचकों में भारी कुंठा है और चिंता है।
2. प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर लोग जाकर एक लोटा जल चढ़ा रहे। गली-गली शिव मंदिर स्थापित कर रहे। शिवमंदिरो में भारी भीड़ बढ़ गई है। ज्योतिर्लिंगों में भारी भीड़ बढ़ गई है। उज्जैन महाकालेश्वर ने 2023 भीड़ के सभी रिकॉर्ड तोड़कर नंबर वन तीर्थ स्थल बन गई।
3. दशकों तक कुछ क्षेत्र विशेष के ब्राह्मणों का कथा वाचन में एकाधिकार और प्रभुत्व था जिसे मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर “सीहोर” वाले ने प्रदीप मिश्रा ने तोड़ दिया हैं। इसे कई कथा वाचक भविष्य का संकट के रूप में देख रहे है।
4. यह देखा गया है कि कुबेरेश्वर धाम में पहुंचने वाले भक्तों की तादात लगातार बढ़ रही है, महाशिवरात्रि के समय होने वाले रुद्राक्ष महोत्सव के समय में लगभग 15-20 लाख श्रद्धालु एक दिन में ही पहुंच जाते है जिससे भी कुछ लोगों में जबरदस्त चिंता है।
5. TRP के मामले में देखें तो प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) की कथा आस्था यूट्यूब, फेसबुक में एक साथ करोड़ों लोग देखते है। आस्था BARK रैंकिंग में आस्था की नंबर वन रैंकिंग पंडित प्रदीप मिश्रा के कारण ही है। इससे भी कई लोगों में प्रतिस्पर्धा की भावना है।
क्या सच में प्रदीप मिश्रा ने राधा रानी जी का अपमान किया?
1. ये सत्य नही है, दुष्प्रचारित किए जा रहे वीडियो में केवल उसी अंश को चलाया जा रहा है जिसमे राधा रानी का विवाह अनय घोष से होने का जिक्र किया गया है। जबकि वीडियो को पूरा सुनने पर आप पाएंगे प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) ने राधा जी का विवाह कृष्ण जी के साथ भांडेर वन में श्री कृष्ण के साथ हुआ था इसका पहले जिक्र किया। जिसे काट छांट दिया गया है।
2. हाल में कुरूद, छत्तीसगढ़ की कथा में शास्त्र प्रमाण दे चुके है। Live कहा था कि वीडियो को पूरा देखें। श्री ओंकारेश्वर कथा के दौरान भी उन्होंने स्पष्टीकरण दे चुके है।
3. ब्रज 84 कोश के अंतर्गत कोकिला वन के ग्राम जावट में आज भी राधा जी का ससुराल, अनय घोष, उनकी सास और ननद जटिला, कुटिला की मंदिर एवं प्रतिमा विद्यमान है जिसे कोई भी जाकर दर्शन कर सकता है।
4. पंडित प्रदीप मिश्रा लगभग 25-30 सालों तक कथा वाचन कर रहे है ऐसे में 14 साल पुराने वीडियो के कुछ अंश को काटना दुष्प्रचार करना उनके खिलाफ बड़े षडयंत्र की ओर इशारा करते है।
5. ज्ञात हो कि पंडित प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) के अराध्य एवं इष्ट ठाकुर कल्लू जी एवं राधा रानी जी है। ब्रज क्षेत्र के लोग जानते है वे बचपन से बरसाना की 51 परिक्रमा, और ब्रज की अनगिनत परिक्रमा कर चुके है साथ ही राधारानी के भक्ति के लिए उनका पूरा कुटुंब कई सालों से संलग्न है इसलिए वे अपमान कर ही नहीं सकते।
प्रदीप मिश्रा को ही टारगेट क्यों किया जा रहा है?
1. मध्यप्रदेश के छोटे से शहर सीहोर से विश्व विख्यात कथावाचक का हिंदुओ के पोस्टर ब्वॉय के रूप में उभरना देशभर के कुछ परंपरागत मठाधीशों को रास नहीं आ रहा है। जो अपने आपको जन्म सिद्ध कथाकार मानते है।
2. प्रदीप मिश्रा ने एकाएक वो कर दिया जो भारत में कभी नहीं हुआ था शिव मंदिरों का उद्धार, निर्माण, सेवा जिससे लोग कलियुग को शिवयूग की संज्ञा देने लगे इससे कई लोग चिढ़ गए है।
3. टारगेट करने वालों को लगता है प्रदीप मिश्रा सहज सरल और विनम्र है उन्हे आसानी से दबाया जा सकता है।
4. यह एक सतत प्रक्रिया है जब भी कोई संत कोई कथावाचक लोकप्रियता की शिखर में पहुंचता है तो उसे गिराने का प्रयास करने वालों की संख्या बढ़ने लगती है। कई कथावाचकों को लगता है, दूसरे को गिराकर खुद ऊपर उठ सकते है। (pandit pradeep mishra)
भिलाई आ रहे है पंडित प्रदीप मिश्रा 25 अप्रैल से 1 मई के बीच होगी कथा