G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
G20 दुनिया का एक महत्त्वपूर्ण समूह है तेजी से भूमंडलीकृत होती दुनिया में बढ़ती वैश्विक आर्थिक चुनौतियां को हल करने हेतु निर्णायक भूमिका निभा सकता है। भारत का G20 के लिए महत्व? इसके आगामी सम्मेलन चुनौतियां और एजेंडा के बारे में जानने के लिए आइए इस लेख का अवलोकन करें।
क्या है जी-20 what is G20
G20 विश्व के 19 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और यूरोपीय यूनियन का समूह है। G20 ‘ग्लोबल 20’ का लघु रूप है। यह दुनिया का एकमात्र ग्रुप है जहां समस्त देश आपसी मतभेद भूलकर दुनिया की वित्तीय स्थिरता और विकास के लिए कार्य हेतु साथ आते है। G20 दुनिया के दो तिहाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती है, दुनिया के GDP (सकल घरेलू उत्पाद) में इसका 80% योगदान है। दुनिया के व्यापार में तीन चौथाई हिस्सा का योगदान करते है। कुल मिलाकर कहें तो G20 दुनिया को चलाने वाली शक्ति है। G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
G20 का उद्देश्य (G20 purpose)
G20 का मुख्य लक्ष्य दुनिया में आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बनाएं रखना है। G20 का निर्माण 1990 के दशक के अंतिम वर्षों में किया गया। यह वही दौर था जब सोवियत संघ से कई राष्ट्र स्वतंन्त्र हुए थे और एशियाई देश अपना भूमंडलीकरण कर रहे थे। यह सभी जानते है कि एक भूमंडलीकृत विश्व व्यवस्था में एक देश का संकट सिर्फ उसी देश तक सीमित नहीं रहता। इसलिए इस तरह के ग्रुप बनाने की कवायद वर्षों से हो रही थी। खासकर तेल संकट के बाद। यह तब अनिवार्य महसूस किया गया जब एशियन टाइगर कही जाने वाली दक्षिण पूर्व एशियाई देश गंभीर वित्तीय संकट से जूझने लगे इनमे इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर शामिल थे। इनकी संकट का किसी बीमारी की तरह पूरी दुनिया को अपने चपेट में न ले ले इस उद्देश से G20 group का निर्माण किया गया। G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
G20 कितना सफल रहा?
G20 का मुख्य लक्ष्य दुनिया में आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बनाएं रखना है। ताकि एक देश की आर्थिक गड़बड़ियां दुनिया के बाकि देशों पर अपना प्रभाव न डालें। इसके लिए वे प्रतिबंध, वार्ता, नियमन जैसी चीजों का सहारा लेते है। G20 अपने लक्ष्य में आंशिक रूप से ही सफल रही है क्योंकि अमेरिकी और चीनी अर्थव्यवस्था का आकार दुनिया के नियमन से परे हो जाता है। इसलिए 2008 की विश्व आर्थिक मंदी अमेरिका से उत्पन्न होकर दुनिया में फैल गया। वह दिन भी दूर नही जब चीन की किसी संकट दुनिया को एकबार पुनः महान आर्थिक मंदी की ओर धकेल दे। इतिहास में दुनिया ने कई बार एक देश के बैंक फेल होने या किसी देश के दिवालिया होने का खामियाजा अपने पर झेला है। हालांकि दुनिया के बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नियंत्रण, टैक्स चोरी और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में G20 काफी हद तक सफल रहा है। G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
G20 सचिवालय G20 headquarters
G20 का कोई स्थाई मुख्यालय या सचिवालय नहीं है। जिस देश द्वारा इसकी अध्यक्षता की जाती है वही देश इसके सचिवालय के रूप में कार्य करते है। प्रारंभ में इसका मुख्यालय अमेरिका या यूरोप में रखने का प्रस्ताव किया गया था लेकिन तृतीय विश्व के देशों की आपत्तियों के बाद इसका सचिवालय विकसित देशों में रखने से इंकार किया गया। एक बात और जो इसकी स्थाई सचिवालय न होने का कारण है वह इसका कोई घोषित लक्ष्य का, कार्यप्रणाली और फंडिंग का अभाव है। जिसके अनुपालन के लिए एक सचिवालय और सचिव कार्य करते। जैसे कि WHO और ILO करतें है।
G20 सम्मेलन 2022 (G20 summit 2022)
G20 सम्मेलन 2022 (G20 summit 2022) इंडोनेशिया के बाली शहर में आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन नवंबर के महीने में होगा। अतः इसकी अध्यक्षता इंडोनेशियन राष्ट्रपति करेंगे। बैठक का एजेंडा, सचिवालय कार्य और सदस्यों की भागेदारी हेतु आमंत्रण का कार्य इंडोनेशिया ही करेगा।
भारत की जनसंख्या क्या नई मुसीबत खड़ी करने वाला है या फिर एक नई शक्ति है?
G20 2022 का मुख्य एजेंडा ई कॉमर्स कंपनियों पर नियंत्रण में छूट, दुनिया को COVID वैक्सीन आपूर्ति, बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर एक कॉमन टैक्स और तकनीक के पहुंच को सरल करना होगा। ज्ञात हो कि g20 यदि किसी निर्णय को लेती है तो उसका अनुपालन कराने के लिए कोई ठोस तंत्र नही है।
G20 सम्मेलन 2023 (G20 summit 2023)
G20 सम्मेलन 2023 भारत में आयोजित होगा। यह पहला ऐसा मौका होगा जब भारत g20 की अध्यक्षता करेगा। इससे पहले भारत ने सदस्यता के लिए कई बार हामी तो भरी लेकिन यह पहला मौका है जब भारत को इतने बड़े आयोजन का मौका मिल रहा है। जब दुनिया के सबसे ताकतवर अर्थव्यवस्थाएं एक साथ भारत आएंगी। G20 summit 2022 , Bali के बाद भारत के पास G20 ग्रुप की अध्यक्षता आ जायेगी। भारत के पास न केवल मौका होगा वार्ता के एजेंडा को तय करने का बल्कि भारत इसका सफल संचालन करके भविष्य में होने वाली ऐसे आयोजनों की दावेदारी भी कर सकती है। कोई भी देश जब इतने बड़े आयोजन को सफलता पूर्वक कर लेती है है तो इसके बाद उस देश की अंतराष्ट्रीय छवि में कई गुना बढ़ोत्तरी हो जाती है। G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
किस शहर में हो G20 summit 2023?
प्रारंभ में G20 सम्मेलन 2023 (G20 summit 2023) का आयोजन जम्मू कश्मीर में होगा ऐसी बातें सामने आई। इससे भारत दुनिया को यह संदेश देना चाहती थी की जम्मू कश्मीर के बारे में पाकिस्तान समेत कई राष्ट्रों द्वारा फैलाया गया झूठ बेनकाब हो जाए और दुनिया सच स्वयं ही देख ले। लेकिन कुछ देशों की आपत्तियों की बातें भी सामने आई इसमें पाकिस्तान, तुर्की का नाम शामिल है। इसके बाद फरसे यह कयास लगाए जा रहे है कि G20 सम्मेलन 2023 (G20 summit 2023) जम्मू कश्मीर न होकर कहीं और होंगे। हालांकि विदेश मंत्रालय द्वारा साफ किया गया है कि कोई भी देश की आपत्ति भारत को अपने संप्रभु क्षेत्र में G20 summit 2023 का आयोजन करने से नहीं रोक सकती। इसलिए सम्मेलन का स्थान चुनने के लिए भारत स्वतंत्र है।
G20 सम्मेलन स्थल का चुनाव
G20 summit 2023 जैसे बड़े आयोजन के लिए सबसे प्रमुख बात होती है सुरक्षा, आवागमन और अनुकूल मौसम । ऐसे आयोजनों में दुनिया भर से बड़ी संख्या में प्रतिनिधि, राजदूत, अफ़सर और पत्रकार आते है। जिनके खान पान ठहरना और आवागमन के लिए अनुकूल अवसंरचना और माहौल की आवश्यकता होती है। इसलिए सरकार स्थान चुनने में पर्याप्त समय लेती है। अभी देखना रोचक होगा कि भारत के किस शहर में g20 का आयोजन किया जाता है। G20 क्या है? G20 सम्मेलन और भारत
G20 और भारत (G20, India)
भारत G20 का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। PPP (purchasing power parity) के अनुसार दुनिया की 3सरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी है। दुनिया का सेवा क्षेत्र जाइंट है। इसलिए भारत के लिए G20 और G20 के लिए भारत की नीतियां बहुत ही महत्वपूर्ण होते है। जैसे भारत द्वारा सस्ते निर्यात की आलोचना विकसित देश करते है वही भारत की ई कॉमर्स नीति का विरोध भी विकसित देश करते है। अतः भारत की नीतियों का असर विश्व व्यवस्था पर होता है। वही G20 की नीतियां भी भारत को सकारात्मक और नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। जैसे बहुराष्ट्रीय कंपनियों पर टैक्स लगाना एक देश से दुसरे देश भागे आर्थिक अपराधी भगोड़ों को वापस लाने आदि ने भारत को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया।
इस प्रकार भारत दुनिया की तेजी से अर्थव्यवस्था और सबसे बड़ा बाजार है जिसके ऊपर दुनिया की अर्थव्यवस्था को दिशा देने की शक्ति है। अतः भारत को G20 summit 2023 का सफल संचालन करके यह सिद्ध करने का मौका है कि भारत अब विश्व पटल पर ऐसे बड़े आयोजनों का नेतृत्व सफलता से कर सकता है।