PM Modi : लाल किले से संबोधन मुख्य बातें
भारत की ऐतिहासिक परंपरा का पालन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी PM Modi ने आज लाल किले के प्राचीर से देश वासियों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री के रूप में यह उनका 9वां संबोधन था. 83 मिनट तक दिया गया यह, उनके कार्यकाल का दूसरा सबसे लम्बा भाषण था. अपने भाषण में उन्होंने नेहरु से लेकर सावरकर तक के सभी स्वतंत्रता सेनानियों और महानुभावों का जिक्र किया. आगामी 25 वर्षों का अपना विजन भी रखा और राष्ट्र के लिए पांच प्रण भी लिए. इसके अलावा किन बातों को लेकर हो रही PM Modi की इस संबोधन की आलोचना आइये संक्षेप में जानते है. PM Modi redfort speech
PM Modi : लाल किले से संबोधन मुख्य बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत घर- घर तिरंगे अभियान के जिक्र के साथ शुरू किया और महिलाओं के सम्मान, स्वदेशी अपनाने की अपील, राजनीतिक भाई भतीजावाद पर चोट करते हुए आगे बढे. अपने भाषण में नेहरु और सावरकर का जिक्र किया तो यह भी बताया कि किस तरह भारत के प्रति दुनिया का नजरिया 75 वर्षों में बदला. साथ ही उन्होंने आजादी के 100वें वर्ष में भारत को विकसित और संपन्न राष्ट्र बनने के लिए पांच संकल्प मंत्र भी दिए. आइये विस्तार से जानते है PM Modi : लाल किले से संबोधन मुख्य बातें PM Modi redfort speech
आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amritmahotsav)
प्रधानमंत्री PM ने अपने संबोधन की शुरुआत में इस बात का जिक्र किया कि किस प्रकार इतने विशाल देश का कोना-कोना तिरंगे के रंग में रंग चुका है. आजादी के 75 वर्ष पूर्ण कर चुके भारत के लिए यह 76वां स्वतंत्रता दिवस था. भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी PM Modi ने आजादी के इस पर्व को जनसाधारण में यादगार बनाने के लिए 13 से 15 अगस्त तक घर-घर तिरंगा फहराने का भी आह्वान किया था. इस वर्ष को उन्होंने आजादी का अमृत पर्व के रुप में मनाने की घोषणा कर दी थी.
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नेहरू-सावरकर का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी PM Modi का भाषण इस मायने में भी ख़ास माना जा रहा क्योंकि उन्होंने अपने भाषण में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जिक्र किया. आमतौर पर वे पंडित नेहरु का नाम लेने से बचते है. इसके अलावा वीर सावरकर, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारी राष्ट्रभक्तों को याद किया वही दुसरी और भारत के निर्माता के रूप में पंडित नेहरू, सरदार पटेल दीनदयाल उपाध्याय , जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, आचार्य विनोबा भावे आदि का भी जिक्र किया और कहा कि यह उन्हें नमन करने का अवसर है.PM Modi लाल किले से संबोधन मुख्य बातें PM Modi redfort speech
25 सालों के लिए पांच संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी Narendra Modi ने आने वाले 25 सालों को भारत के भविष्य और भाग्य के लिए निर्णायक मानते हुए इसे बेहद ही महत्वपूर्ण समय माना. उन्होंने कहा जब हम 2047 में देश की आजादी 100 साल पूरे करेंगे तो हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों के सभी सपने को पूर्ण करने का प्रण ले. उन्होंने आने वाले 25 वर्षों में पञ्च प्रण शक्ति पर ध्यान केन्द्रित करना को कहा ये पांच प्रण है-
1. विकसित भारत
2. गुलामी से मुक्ति
3. विरासत पर गर्व
4. एकता और एकजुटता
5. नागरिको का कर्त्तव्य
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भारत के प्रति दुनिया का बदलता नजरिया
भारत के प्रति दुनिया का नजरिया पूरी तरह बदल चुका है, विश्व भारत की तरफ गर्व और अपेक्षा से देख रहा है. समस्याओं का समाधान दुनिया भारत की धरती पर खोजने लगी है. PM Modi ने कहा विश्व की सोंच में ये बदलाव 75 साल की हमारी यात्रा का परिणाम है.
स्वदेशी अपनाने की अपील
आत्मनिर्भर भारत की ओर हमें आगे बढ़ना है तो स्वदेशी का मंत्र जरुरी है, उन्होंने लालकिले से स्वदेशी तोप से सलामी दी गयी, का जिक्र किया. महर्षि अरविन्द घोष की आज जयंती है, उन्हें 1907 स्वदेशी आन्दोलन का सूत्रधार माना जाता है, प्रधानमंत्री pm modi ने अपने संबोधन में उन्हें स्मरण किया. उन्होंने यह भी कहा कि आज छोटे-छोटे बच्चे भी स्वदेशी खिलौने से खेलना चाहते है. PM Modi लाल किले से संबोधन मुख्य बातें
राजनीतिक भ्रष्टाचार पर चोट
प्रधानमंत्री मोदी pm modi ने भारत के देश के राजनीतिक संस्कृति पर भी चोट की. भाई भतीजा वाद, वंशवाद, परिवारवाद को भारत की राजनीतिक बुराई मानते हुए संकेत किया कि इससे युवाओं का राजनीति पर से मोह कम हो रहा है. नए टैलेंट को राजनीति में मौका इसके लिए राजनीतिक शुद्धिकरण की बात भी कही.
महिलाओं के सम्मान पर जोर
समाज में आई विकृति का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी PM Modi ने कहा कि हम महिलाओं का सम्मान नहीं करते, रोजमर्रा की जिन्दगी में उन्हें पर्याप्त सम्मान देना चाहिए. नारी का गौरव सकल राष्ट्र के सपने पूरे करने में बड़ी पूजी बनने वाला है. हम जितने अवसर बेटियों को देंगे, जितने अवसर हम उन्हें देंगे वो बढाकर हमें वापस देंगे. इसलिए हमें महिलाओं के सम्मान का वचन लेना चाहिए.
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प्रधानमंत्री के भाषण पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने सभी उनके सभी प्रशंसको को तो प्रसन्न किया लेकिन उनके आलोचकों ने उनके भाषण को लम्बी लम्बी बातों का पिटारा कहा. यह भी कहा कि पहले के प्रधानमंत्री अपने राष्ट्र के नाम संबोधनों में आम लोगो के लिए राहत और खुशी के घोषणाएं करते थे लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी कोई भी घोषणाएं नहीं की. जिसकी युवा, गृहणी और गरीब वर्ग आस लगाकर बैठते है.
PM Modi लाल किले से संबोधन मुख्य बातें
प्रधानमंत्री का यह भाषण लम्बा अवश्य था लेकिन बिना किसी जनावश्यक घोषनाओं के चलते कुछ खास महत्व का नहीं. आमतौर पर प्रधानमंत्री लालकिले से आने वाले एक वर्ष में नौजवानों के लिए रोजगार, गरीबो के लिए घर, महगांई से मुक्ति जैसे कोई खास घोषणाएं करते है. लेकिन प्रधानमंत्री ने अपनी घोषणाओं को शायद आगामी चुनावी वर्ष के लिए बचा लिया है.
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