दुनिया में साइंस और टेक्नोलॉजी बहुत ही तेज गति से उन्नत होते जा रहा है । कोई भी आज ये शत प्रतिशत अनुमान नहीं लगा सकता कि अगले ही महीने या अगले ही दिन विज्ञान अपने किस तकनीक के द्वारा दुनिया को चौका दे।
मेटावर्स क्या है और यह चर्चा में क्यों है?
दुनिया में साइंस और टेक्नोलॉजी बहुत ही तेज गति से उन्नत होते जा रहा है । कोई भी आज ये शत प्रतिशत अनुमान नहीं लगा सकता कि अगले ही महीने या अगले ही दिन विज्ञान अपने किस तकनीक के द्वारा दुनिया को चौका दे।
मेटावर्स क्या है? What is Metaverse?
मेटावर्स ऐसी ही एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो लोगो के जीवन जीने के अंदाज को पूरी तरह बदलकर रख देगा। मेटावर्स एक आभासी दुनिया होगी जिसमे व्यक्ति अपनी त्रिविमीय आभासी छवि लेकर प्रवेश कर सकता है।
मेटावर्स का उपयोग | Application of Metaverse
इस छवि के साथ वह आभासी दुनिया में सभी प्रकार के एक्टिविटीज को परफॉर्म कर सकता है। जैसे – घूमना फिरना, खाना पीना, गेमिंग, मीटिंग करना और लाइव क्लासेज। इसके लिए यूजर को एक वर्चुअल रियलिटी हेडसेट और इंटरनेट कनेक्शन की मूल रूप से जरूरत पड़ेगी।
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मेटावर्स का भविष्य | Future of Metaverse
यह एक बेहद ही क्रांतिकारी तकनीक साबित होने वाली है, जो लोगो के जीवन जीने के अनुभव को पूरी तरह बदलकर रख देगा। मेटावर्स तकनीक के भविष्य में निहित संभावनाओं को देखते हुए ही फेसबुक के संथापक मार्क जकरबर्ग ने अपनी कंपनी का नाम बदलकर फेसबुक से मेटा कर लिया।
मेटावर्स शब्द का प्रयोग सबसे पहले कब किया गया?
अभी मेटावर्स तकनीक ठीक उसी अवस्था है में जिस अवस्था में इंटरनेट 1992 के समय था। ज्ञात हो कि मेटावर्स शब्द का सबसे पहला प्रयोग उपन्यासकार नील स्टीफेंशन ने अपने नॉवेल स्नो क्रैश में किया था। लेकिन 2010 के बाद से यह शब्द आम होता जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक इंटरनेट का 30 प्रतिशत डेटा मेटावर्स तकनीक में खपत होगा।
5G के आने के बाद और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के पॉपुलर होने के बाद यह तकनीक जल्द ही मानव जीवन को नया आयाम और आनंद देने के लिए तैयार खड़ा है।