क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट ?
2000 के नोट भारत में बड़े नोटों को जारी करने का एक नवीनतम प्रयोग था, जो कि जिसे नवंबर 2016 के नोटबंदी के बाद से जारी किया गया था। लेकिन 2022 आते-आते इन नोटों की संख्या इतनी घट गई कि हाथ में आना तो दूर इन्हे देखना भी नसीब नही होता। आखिर 2000 के नोट कहां गए? क्या 2000 के नोट बंद होने वाले है? 2000 रुपए के नोट के साथ क्या हो रहा है आइए जानते है।
क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट ?
2000 के नोट भारत के केंद्रीय बैंक ‘भारतीय रिज़र्व बैंक‘ के द्वारा छापे और जारी किए जाने वाले सबसे बड़े नोट है। लेकिन इसकी मात्रा इरादतन धीरे धीरे कम किया जा रहा है जिसकी प्रमुख वजह क्या है आइए समझते है?
कोरोना वैश्विक महामारी के समय 2019 में जब बैंक के कई दिनों तक बंद होने का डर रहता था, लोग अपने पास ज्यादा से ज्यादा कैश रखना पसंद करते थे। इस समय ऐसा समझा गया कि लोग बड़े नोटों को भविष्य की अनिश्चितता को ध्यान में रखकर अपने तिजोरियों में भर लिया है। इसीलिए 2000 के नोट दिखते नही है। लेकिन 2020 में जब स्थिति बाजार और बैंक की स्थिति सामान्य होने लगी तब भी 2000 के नोट दिखने दुर्लभ हो गए। सोसल मीडिया में 2000 के नोटों को लेकर कई मीम बनने लगे। और कई कयास लगाए जाने लगे जैसे कही इन नोटों को चरणबद्ध रूप से हटाया तो नही जा रहा ? कही ये नोट बंद तो नही होने वाले ? वहीं कई लोग इस सोच में डूबे थे कि आखिर क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट ?
कई रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि 2000 के नए नोट छापना आरबीआई ने बंद कर दिया है। 2017-18 के बाद से केवल 11.15 करोड़ रुपए ही छापे गए है।
इससे पहले RBI ने मार्च 2020 में यह घोषित कर दिया था कि “ग्राहकों की सुविधा (customer preferences)” को ध्यान रखते हुए ATM मशीनों से 2000 के नोट उपलब्ध नहीं कराएगी। मार्च 2022 में कुल नोटो का महज 1.6% ही बाजार में सर्कुलेशन में था, जबकि मूल्य के लिहाज से केवल ₹216 करोड़ नोट (₹2000 के) बाजार में उपलब्ध थे।
आरबीआई ने नए नोट न छापने के की एक मजबूत वजह बाजार में मौजूद हु ब हू नकली नोटों के प्रचलन को भी माना जिन्हे पहचान पाना ग्राहकों के लिए बेहद ही मुश्किल है।
एक अन्य कारण, एटीएम मशीन में 2000 के गिनती और जारी करने के लिए सुधार करने की जरूरत को माना गया था क्योंकि 2000 के नोट के आकार पहले के नोटों की तुलना में अधिक लंबे और भिन्न है। इसीलिए RBI ने अपने किसी भी बैंक से 2000 के नोट जारी करना बंद कर दिया है।
क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट?
बैंक का पक्ष:
वही बैंक, लेनदेन में कठिनाई और चिल्लहर (चेंज) संबंधी समस्याओं के चलते 2000 के नोटो को ग्राहकों को देने के बजाए रिजर्व बैंक के पास एसएलआर और सीआरआर रिजर्व के रूप में रखना पसंद करते है। इसी कारण जब भी उनके पास 2000 के नोट आते है बैंक उन्हे ग्राहकों को न देकर आरबीआई (RBI) में दे देते है इसीलिए बाजार में 2000 नोटों की कमी होती जा रही है।
क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट?
सरकार का पक्ष:
2021 में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में लिखित रूप से कहा था कि 2019 के बाद से 2000 के नोट छापने बंद कर दिए गए है। इसके पीछे की वजह पूछने पर मंत्री ने RBI की मौद्रिक नीति का हवाला दिया।
हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने यह स्पष्ट रूप से कहा है कि यह केवल अफवाह है कि 2000 के नोट बंद या फेस आउट हो रहे है।
भारत में सबसे ज्यादा कौन से नोट चलन में है?
RBI के अनुसार, भारत में वर्तमान में 31 मार्च 2022 तक सबसे ज्यादा 500 रुपए के नोट प्रचलन में है। जो कि प्रचलित मुद्रा का 34.9% है। इसके बाद 10 रुपए के बाजार में सबसे ज्यादा है जो कि कुल बैंक नोटों का 21.3% है।
अंत में पूरे आलेख का सार कि क्यों गायब हो रहे 2000 के नोट ? का उत्तर बैंक लेन देने में होने वाली असुविधा, चेंज करने में होने वाली दिक्कत, नकली नोट का जारी होना और ATM मशीनों में अपेक्षित बदलाव का न हो पाना माना जायेगा। भविष्य में इस संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि 2000 के नोट प्रचलन से बाहर हो जायेंगे। इसके बाउजूद की ये नोट गवर्मेंट के एक लीगल टेंडर है।